वजूद मेरा ये मुझे बताता है, कि कितने अफ़राद को तू पसंद आता है•
हो अगर ईमान की दौलत दिल में, फिर कोई बाल भी बांका कहाँ कर पाता है••
क़ामयाबी को तो, हर कोई पाना चाहता है•
मगर काँटो भरे रास्ते से, कौन गुज़रना चाहता है••
मुश्किलों को, गर तू बना ले हिम्मत अपनी•
देखते हैं रास्ते से, फिर तुझे कौन भटकाता है••
फ़िक्र नहीं करता है, वो आने वाले कल की कभी•
क्यूँकि उसको, आज में जीने का हुनर आता है••