3THVTX3KFLFG3R SB POETRY: April 2020

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Thursday, April 30, 2020

Sad Ghazal in Hindi

हर एक उम्मीद टूटी थी, हर एक सपना अधूरा था*
तेरे बिन ना मैं पूरा था, ना मेरी ख़्वाहिश ही पूरी थी**
तेरा सपनो में मुझे मिलना, और चुपचाप ही रहना*
मेरे दिल को सनम, वो अंदर तक तोड़ देता था**
बताता तुझको, अपने दिल के सब जज़्बात मैं! लेकिन*
तेरा मुझसे यूँ मुड़ जाना, मेरे जज़्बात को सीने में दबा गया**
मौसम बदला, घटा छाई, बारिशें हुईं*
फिर भी मेरी मुहब्बत में, कोई कमी ना आई**
तुझे चाहा, और तुझे अपनी हिम्मत बनाया था*
तूने फिर भी मुझे लेकिन, आसमां से ज़मीं पे लाया था*** 

Wednesday, April 29, 2020

छोटे बच्चे Poem in Hindi

कितने सुंदर, कितने प्यारे और कितने मासूम होते हैं ये छोटे बच्चे!
शरारत भी करें, तो ख़ुशी देते हैं ये छोटे बच्चे!!
हर किसी को आकर्षित कर लेते हैं, ये छोटे बच्चे!
इनकी कोमल-कोमल त्वचा में, एक जादू है!!
इनके नन्हे-नन्हे हाथों में, एक मुक़द्दर है!
खुलके उड़ने दो इन्हे, खुले आसमां के नीचे!!
कि अपने देश का भविष्य हैं, ये छोटे बच्चे!
इनका तुतला के बोलना, दिल को छू जाता है!!
इनकी प्यारी-सी मुस्कान, हमें ऊर्जा से भरती है!
इनका गिरना ज़मीं पे, और फिर उठकर के चलना!!
हमें किसी भी मुश्किल में, हार ना मानना सिखाता है!
इनका हर किसी से घुल-मिल जाना, हमें मानवता का पाठ पढ़ाता है!!
ऐसे होते हैं, ये प्यारे छोटे बच्चे!!!



Tuesday, April 28, 2020

Sad Ghazal in Hindi

काश! कि हम मजबूर ना होते*
ज़िन्दगी में फिर कभी, तुमसे दूर ना होते**
बना लेते घर, तुम्हारे दिल में अपना*
काश! कि तुम हमें एक बार, अपना कह गए होते**
तुझसे दूर होना, मुझे बड़ी तक़लीफ़ देता है*
ऐसे छलकती हैं आँखे मेरी, जैसे कोई बादल बरसता है**
इतनी भी क्या मजबूरी थी, जो तेरा दिल हुआ ख़ाली*
अपनी यादें तो ले जाती, मुझे अब ये भी नहीं चाहतीं**
कभी जो मिलेगी फ़ुरसत तुझे,  तो सोचना*
क्या कमी थी मेरी मुहब्बत में, जो तुझे दौलत हुई प्यारी**




Monday, April 27, 2020

Love Ghazal in Hindi Status

हवाओं के साथ, तेरी ख़ुशबू का ना आना#
तेरा मुझसे, इस क़दर रूठ जाना##
मुझपे तेरा, इस क़दर इल्ज़ाम लगाना#
बेगुनाह को तेरा, गुनहगार बताना##
साबित नहीं था कुछ भी, तेरा मुझपे इल्ज़ाम लगाना#
याद है मुझे अब भी, वो तेरा मुझको बेइख़्तियार ही चाहना##
कैसा गुनाह था, जिसकी सज़ा दी मुझे तूने#
मैं सोचता ही रहा, और सज़ागार हो गया##
मैं जानता हूँ, कि सूखे हुए पत्तों को जला देते हैं सब लोग#
पर तूने तो हरे पत्ते को भी, आग में जला दिया##



Sunday, April 26, 2020

Heart Broken Ghazal in Hindi

काश! कि तुम, हमको समझ पाती*
हमारे दिल के, जज़्बात को पढ़ पाती**
दिल क्या! हम तुम्हें अपना सब कुछ दे देते*
काश कि एक बार, तुम हमें अपना कह जाती**
कुछ ख़ास था, तुझमें शायद*
जब भी सोचा तुझे, मेरे दिल की धड़कनें बढ़ जातीं**
ये उदासी जो मेरे पास है, तेरी "अमानत" है*
तू ना आती मेरी जिंदगी में तो, इसे कहाँ जगह मिल जाती**
मेरी पाक़ मुहब्बत की सजा दी है, तूने मुझको शायद*
मेरी नीयत बिग़ड़ जाती तो, तू कहीं और ना जाती***

Saturday, April 25, 2020

Lucky day Ghazal in Hindi

कितना तक़दीरवाला था वो दिन, कितनी तक़दीरवाली थी वो रात!
कि जब, तुम मेरी ज़िन्दगी में शामिल हुई थी!!
तुम्हारी आंखों ने मुझे, समझना सिखाया!
तुम्हारी बातों ने मुझे, दयालु बनाया!!
तुम्हारी मुहब्बत ने मुझे, मज़बूत बनाया!
तुम्हारे त्याग ने मुझे, अपना बनाया!!
तुम्हारे मज़बूत इरादे की कोई, मिसाल नहीं!
तुमने अपनों को छोड़, मुझे अपनाया था!!
तुम मेरी ज़िन्दगी का, अहम हिस्सा हो!
तुम मेरी किताब का, सबसे ज़रूरी क़िस्सा हो!!
तुम मेरी हो, और मैं तुम्हारा हूँ सदा के लिए!!

Friday, April 24, 2020

इंतेज़ार ग़ज़ल in hindi status

हर शाम मुझे, तेरे पैग़ाम का इंतजार रहा•
तेरा पैग़ाम ना आया मगर••
मैं फिर भी तलबग़ार रहा•
आँखों को, तेरे आने का यकीं था शायद••
इसीलिए! कोई भी मेरी आँखों में समाया ना रहा•
जब भी उठे मेरे हाथ, दुआओं के लिए••
तेरी ही ख़्वाहिश का, ये दिल तलबग़ार रहा•
क़िश्ती वो मेरी, साहिल पे पहुँचती शायद••
मुझको तिनके के, सहारे का इन्तेज़ार रहा••
थमना नहीं था, उस दरिया के तूफ़ान को शायद•
फिर भी मुझे, मौसम के बदलने का इन्तेज़ार रहा•••
हर शाम मुझे, तेरे पैग़ाम का इंतजार रहा!!!

Thursday, April 23, 2020

बचपन Poem for whatsapp status in Hindi

मेरा बचपन मुझे आज भी बहुत याद आता है!
कभी लड़ना, कभी मान जाना!!
वो हर त्योहार से पहले, खिलौनों की सारिणी बनाना!
वो जंगल में जाकर आम, अमरूद का खाना!!
मौहल्ले मे शोर मचाना, और फिर डर कर भाग जाना!
वो शरारतों पर भी, मां का प्यार मिल जाना!!
वो कक्षा में अपनी, कागज़ का जहाज़ बनाकर उड़ाना!
मेरा बचपन मुझे आज भी बहुत याद आता है!!
वो स्कूल ना जाने के, नए-नए बहाने बनाना!
स्कूल में जाकर बार-बार धूप देख, छुट्टी का अनुमान लगाना!!
खेलते-खेलते शाम हो जाने पर, अपनी जेब में घास की जड़ रख लाना!
वो क्रिकेट का मैच खेलने के लिए, स्कूल ना जाना!!
मेरा बचपन मुझे आज भी बहुत याद आता है!!!
वो शाम होते ही, दोस्तों के साथ खेलने जाना!
वो खेल-खेल में मेरा डॉक्टर, पुलिस और चोर बन जाना!!
वो त्यौहार पर सबसे पैसे मिल जाना!
वो ईदगाह में जाकर, चाट-पकौड़ी का खाना!!
वो सुबह से शाम का, क्रिकेट खेलते-खेलते हो जाना!
वो बेपरवाह सा मेरा बचपन, मुझे आज भी बहुत याद आता है!!
वो बारिश में नहाना, और कागज़ की कश्ती चलाना!
वो स्कूल की छुट्टी हो जाने पर, शोर मचाना!!
वो नादान सा मेरा बचपन, मुझे बहुत याद आता है!!!







Wednesday, April 22, 2020

तेरी याद Ghazal in hindi status

ज़िन्दगी भी आजकल, कुछ इस कदर नाराज़ है हमसे!
महफ़िल में भी ढूँढता हूँ, तो तन्हाईयाँ ही मिलती हैं!!
अब ज़िन्दगी की, बस इतनी सी तमन्ना है!
तू मिल जाए, तो हम तन्हाइयों को भी महफ़िल बना देंगे!!
अब तुमसे मिलना, तो मुक़द्दर की बात है!
जो अपने हाथ में है, ना तेरे हाथ है!!
बस दुआओं का सिलसिला है अब, और तेरी याद है!
ढूँढें तुझे कहाँ, ये अँधेरी रात है!!
रोशन करेगा इसको, एक दिन मेरा ख़ुदा!
ऐसा हमारे दिल का, ऐतबार है!!
बस ख़्वाहिश का आशियाँ है, और तेरी याद है!!!





Tuesday, April 21, 2020

मेरा आज Poetry in hindi

ज़िन्दगी की इस भीड़ में, मैं बहुत अकेला पड़ गया हूँ:
बचपन में जो सपने देखे थे, अब लगता है कि वो सपनों के सिवा कुछ नहीं हैं::
मैं उन मुश्किलों में हूँ, जहाँ  तिनके का भी सहारा नहीं:
हर शख़्स जो अपना था, अब मुझे वो बेग़ाना लगता है::
अब ज़िन्दगी में, मैं उन मुश्किलों का सामना कर रहा हूँ:
जिनके बारे में, मैंने तसव्वुर भी नहीं किया था::
अब लगता है, कि ज़िन्दगी मुझसे क्या चाहती है:
इन करोड़ों की भीड़ में, मैं ख़ुद को अकेला पाता हूँ::
पर इस दिल में हिम्मत है, जुनून है, लड़ने का इस संसार से:
जहां सब, सिर्फ़ अपने मतलब के लिए जीते हैं::
गिरा हूँ, तो उठूँगा भी, भरोसा है उस ख़ुदा पे जिसने इस जहाँ  में उतारा है:
क्योंकि अब मेरे साथ मेरा ख़ुदा है, जो सबसे बड़ी ताकत है:::



Monday, April 20, 2020

किस्मत Ghazal in hindi

कितनी शिद्दत से, चाहा था मैंने तुझे*
ये मेरी किस्मत है कि, मैं तुझे पा ना सका**
सोचा था कि, एक नई दुनिया बनाऊंगा तेरे साथ*
पर तू है कि, मुझे अपना ना सकी**
अब जाके मुझे पता चला, ये दुनिया का रूप*
जिस पेड़ पर फल हों, वहीं बैठ जाते हैं लोग**
इसमें तेरा नहीं, ये है जमाने का कुसूर*
तूने वहीं छोड़ा, जहाँ छोड़ जाते हैं लोग**
टूट जाएगा एक दिन, तेरा ये घमण्ड*
तब तुझे एहसास, होगा मेरा**
अब भी मेरी ये ख़्वाहिश है कि, तुझे इस जहाँ की सारी खुशियाँ मिलें***


Sunday, April 19, 2020

कितना प्यारा वादा Ghazal in hindi

कितना प्यारा था वो वादा, जो तूने मुझसे किया था#
कितनी प्यारी थीं वो शामें, जो तेरे साथ गुज़री थीं##
कितना बेरहम है ये एहसास, कि अब वो शामें ना रहेंगी#
तू मेरी ना हो सकेगी, ये यादें ही रहेंगी##
बहुत सुकून था, तेरी उन शर्बती आंखों में#
मैं पुरख़ुलूस था, तेरी मुहब्बत के साए में##
कितना प्यारा था तेरा अंदाज़, मुझसे रूठ जाने का#
कितना प्यारा था तेरा अंदाज़, मुझे मनाने का##
काश! कि फिर से लौट आयें, वो हँसी शामें#
तू खुद ही लौट आये, मुझे एहसास कराने##

Saturday, April 18, 2020

तो क्या हुआ Ghazal in hindi

मैं! तुम्हें करीब नहीं कर सका तो क्या हुआ•
तुम्हें महसूस तो कर सकता हूँ••
मैं! तुम्हें पा नहीं सका तो क्या हुआ•
तुम्हें दिल में तो रख सकता हूँ••
मैं! तुम्हें आग़ोश में नहीं ले सका तो क्या हुआ•
तुम्हें आँखों में तो रख सकता हूँ••
तीर अगर तुमने दिल में, दौलत का चुभाया तो क्या हुआ•
मैं! अपनी मां की दुआओं से तक़दीर भी बदलवा सकता हूँ ••
तुमने अगर मेरे दिल के साथ खेला तो क्या हुआ•
मैं! किसी और को तो अपना बना सकता हूँ •••

जुदाई Ghazal in hindi

तुम हमसे इस तरह, जुदा होकर चल दिए!
महफिल में थे हम, तुम तन्हा करके चल दिए!!
अब तुम ही बताओ कैसे जियें, हम तुम्हारे बिन!
तुम हमसे जिंदगी जीने का हुनर, लेकर चल दिए!!
अब तो जी रहे हैं, यादों के सहारे!
तुम तो हम से मुंह, मोड़ कर चल दिए!!
ज़िन्दगी में पहली बार, कोई साथी मिला था हमको!
तुम भी हमारा साथ,  छोड़ कर चल दिए!!
"फ़क़त" इतना बता दे मुझको!
क्यों मुझको बीच राह में,  तुम छोड़ कर चल दिए!!!




Friday, April 17, 2020

ख़ामोशी Ghazal in hindi

ख़ामोशियों में इस क़दर उलझे हुए हैं हम!
कि महफिल में भी तन्हा ही बैठे हुए हैं हम!!
अफ़सोस हमें अपनी ख़मोशियों का नहीं है!
शिक़वा तुम्हारी ख़ुदग़र्ज़ मुहब्बत का है सनम!!
चाहा था क्यों हमें, जब हमारी सादग़ी ना थी पसंद!
तुमसे ज़्यादा तो कहीं, ख़ामोशी को हमसे मुहब्बत है सनम!!
ये सवाल हमें जीने ही नहीं देता है!
क्यों हमारे होकर भी तुम, हमारे ना हुए सनम!!!


Thursday, April 16, 2020

अपनों को समर्पित poem in hindi

क्या था ऐसा कि हम अपनों से दूर थे!
क्या था ऐसा कि हम मजबूर थे!!
बच्चें अपने "माँ-बाप" के प्यार को तरस गए थे!
बूढ़े "माँ-बाप"अपने बच्चों के मिलन को तरस गए थे!!
क्या था ऐसा कि बचपन काग़ज़ की कश्ती के बिना बीत रहा था!
क्या था ऐसा कि हम अपनों से दूर जाने के बहाने ढूंढ रहे थे!!
क्या था ऐसा कि हमें अपनी मां का हाल जानने की भी फुर्सत नहीं थी!
कुदरत ने हमें अब चेताया है!!
"कोरोना वायरस" के रूप में कुदरत का संदेश आया है!
करो बात अपने "मां-बाप" से ये कुदरत ने फरमाया है!!
जिन "भाई-बहनों" को तुमने ठुकराया है!
मिलकर बात करो उनसे ये वक्त आया है!!
"कोरोना वायरस" ने हमें ये समझाया है!!!

Wednesday, April 15, 2020

Poem on Corona Warriors

सब डर रहे हैं आज, महामारी की मार से!
"कोरोना" पनप रहा है, अब बड़ी तेज चाल से!!
कुछ लोग हैं जो भूले हैं, कर्तव्य पालन आज भी!
कुछ लोग हैं जो लड़ रहे हैं, योद्धाओं की तरह!!
देश के इन महान योद्धाओं को मेरा सलाम!
छोड़े हैं हमारे स्वास्थ्य की खातिर, वो अपना परिवार!!
कामना है मेरी रब से कि आप स्वस्थ रहें, कोरोना की मार से!
रोशन हो मेरा देश, इस अंधकार से!!
अब हमको भी अपना कर्तव्य पालन निभाना है!
मानों  इन योद्धाओं की बात, कि देश को संक्रमण मुक्त बनाना है!!
घर में रहो,  सुरक्षित रहो,  यही देश ने माना है!
"सामाजिक दूरी" का कर्तव्य, हमें ईमानदारी से निभाना है!!
देश के इन योद्धाओं का, हमें भी हौंसला बढ़ाना है!
अपने वतन की खातिर, हमें भी आगे आना है!!
कोरोना संक्रमण से लड़ रहे देश के इन योद्धाओं को, अपना सलाम पहुंचाना है!!