Meri Soch Poetry

दिल को मेरे अब टूटने की, आदत-सी हो गई शायद*

पहले वो, ओर अब तुम भी चली गई**

क़याम कौन करेगा, ये समझना बहुत दुश्वार है मगर*

जो ठहर गया हमारे दिल में तो फिर, वो तमाम उम्र रहेगा**

जो हो सकेगा हमसे, उसमें इज़ाफ़े की कोशिश करेंगे*

तुम्हारी ख़ातिर हम, हर ख़ुशी की फ़रियाद करेंगे**

इल्तिजा इतनी रहेगी, फ़क़त तुमसे हमारी*

ना करना कोशिश, हमें बदलने की तुम कभी**

सुकून की बात पे हम सदा, तुम्हारे साथ रहेंगे*

ज़रा ग़लत हुआ, तो हम ही तुम्हारे ख़िलाफ़ रहेंगे**

Comments

Popular posts from this blog

Kisaan Aandolan Par Kavita in Hindi

Ek Bharat Shreshth Bharat par Kavita

Sad Love Shayari in Hindi, Yaad Aa Rahi Hai