Dua Poetry, Mehfooz Raho Tum
महफ़ूज़ रहो तुम, बर्फ़ीली ठन्डी हवाओं से* महफ़ूज़ रहो तुम, बिगड़े मौसम की हैबतनाकी से** महफ़ूज़ रहो तुम, तवील सफ़र की परेशानी से* महफ़ूज़ रहो तुम, शैतान की शैतानी से** महफ़ूज़ रहो तुम, दरिया के तूफ़ान से* महफ़ूज़ रहो तुम, तूफ़ानी हवाओं की रफ़्तार से** ख़ुदा हमेशा तुम्हे, सही राह पे चलाये* महफ़ूज़ रहो तुम, गुनाहों के दलदल से** महफ़ूज़ रहो तुम, सूरज की तपिश से* महफ़ूज़ रहो तुम, फ़ितना अन्देज़ों के फ़ितनों से** यही दुआ है मेरी, कि ख़ुदा तुम्हे हमेशा अपनी अमान में रखे**